भगवान गणेशजी (Ganesha facts) बुद्धि और कौशल के देवता हैं। इनकी आराधना और पूजा करने से विद्या, बुद्धि, विवेक, यश, प्रसिद्धि, सिद्धि सहजता से ही प्राप्त हो जाते है। हिन्दुओं में श्रीगणेशजी प्रथम पूज्य देवता है परन्तु इस हकीकत से परे एक और सत्य यह है की गणेश जी सिर्फ हिन्दुओं द्वारा और भारत में ही नहीं पूजे जाते, बल्कि विश्व में कई जगहों पर गणेश जी प्रमुख आराध्य देव हैं।
भगवान गणपति जी की आराधना को लेकर कुछ ऐसे तथ्य हैं, जिनसे आप आज तक अंजान रहे। इन्हें जानने के बाद आप दुगुनी श्रद्धा और भक्ति के साथ गणपतिजी की पूजा में जुट जाएंगे। जानिए क्या है विश्व के अन्य स्थानों पर श्रीगणेश की पूजन परंपराएं और उनके विषय में प्रचलित मान्यताएं इन रोचक तथ्यों के आधार पर:-
1.भगवान गणेश जी के कानों में वैदिक ज्ञान, मस्तक में ब्रह्म लोक, आँखों में लक्ष्य, दाएं हाथ में वरदान, बाएं हाथ में अन्न, सूंड में धर्म, पेट में सुख-समृद्धि, नाभि में ब्रह्मांड और चरणों में सप्तलोक विराजमान है |
2.हर युग में भगवान गणेश जी के अलग-अलग रूपों की आराधना की गई है, गणेश पुराण के अनुसार “सतयुग में उनका दस भुजाओंवाले व् सिंह की सवारीवाला विनायक रूप”, “त्रेता युग में श्वेत वर्ण छह भुजाओंवाले मयूर की सवारी मयूरेश्वर रूप”, “द्वापर युग में चार भुजाओंवाले लाल वर्ण व मूषक की सवारीवाले गजानन” व “कलयुग में दो भुजाये अश्व वाहन धूम्र वर्ण धूम्रकेतु रूप” |
3.वैदिक मान्यताओं के अनुसार भगवान गणेश जी करीब 10,000 साल पहले प्रकट हुए। वेदों में उन्हें “नमो गणेभ्यो गणपति” के साथ पुकारा गया। ये सभी दुःख-दर्द हरने वाले देवता हैं।
4.महर्षि व्यास की महाभारत गणेशजी ने लिखी थी, वे बोलते गए, गणेशजी लिखते रहे | लिखने के लिए गणेश जी के पास कुछ नहीं था, तो उन्होंने अपना एक दांत तोड़कर महाभारत लिखी, इसीलिए वे एकदंत कहलाए |
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5.महाभारत में भगवान गणेश जी के रूपों और उपनिषदों में उनकी शक्ति का वर्णन किया गया है।
6.शिव-महापुराण के अनुसार भगवान गणेशजी के शरीर का रंग हरा और लाल है।
7.कुण्डलिनी योग के अनुसार, सात कुण्डलिनी चक्रों में से पहला चक्र, जो हमारी रीढ़ की हड्डी के सबसे निचले हिस्से या आधार में स्थित मूलाधार चक्र में गणेशजी का निवास स्थान है |
8.सफ़ेद गणेश जी की पूजा करने से जीवन में सुख-समर्धि बनी रहती है |
9.जीवन में कामयाब होने के लिए पन्ने वाले गणेश जी की पूजा अर्चना करें |
10.नई दिल्ली स्थित आयरलैंड एंबेसी में प्रवेश द्वार पर ही गणेशजी की मूर्ति स्थापित की गई है। आयरलैंड की एंबेसी पहली ऐसी एंबेसी है जहां गणेशजी का आर्शीवाद लेके काम शुरू किया जाता है।
11.भगवान गणेश जी ज्ञान के देवता हैं और उनका वाहन मूषक है। कम्प्यूटर इंडस्ट्री भी माउस का इस्तेमाल करती हैं। इसके माध्यम से ही उनके विचार और आइडिया मूर्त रूप लेते हैं। इस वजह से सिलीकॉन वेली में कम्प्यूटर इंडस्ट्री ने गणेशजी को मुख्य देवता माना है |
12.जापान में भगवान गणेश जी के 250 से भी ज्यादा मंदिर हैं।
13.गणेशजी की मूर्तियां अफगानिस्तान, ईरान, म्यान्मार, श्रीलंका, नेपाल, लाओस, कंबोडिया, चाइना, मंगोलिया, जापान, इंडोनेशिया, ब्रुनेई, बुल्गारिया, मेक्सिको और अन्य लेटिन अमेरिकी देशों में मिल चुकी हैं। अथार्थ वहां के लोग भी भगवान गणेश जी की आराधना करते है |
14.जापान में भगवान गणेश जी को “कंजीटेन” के नाम से जाना जाता है। क्योंकि ये सौभाग्य और खुशियाँ लाने वाले देवता है।
15.बुल्गारिया के सोफिया के पास एक गांव में भगवान गणेशजी की एक प्रतिमा जमीन में से मिली थी । भारतीयों की तरह रोमन लोग भी भगवान गणेशजी की पूजा किया करते थे |
16.इंडोनेशिया की करेंसी नोटों पर भगवान गणेश जी की फोटो रहती है |
17.भगवान गणेशजी ग्रीक सिक्को पर भी हैं। हाथी के सिर वाले भगवान की तस्वीरें भारतीय-ग्रीक सिक्कों पर मिलीं। ये सिक्के करीबी प्रथम और तीसरी सेंचुरी के आसपास के थे।
18.ऑक्सफॉर्ड में छपे एक पेपर के अनुसार भगवान गणेश जी प्राचीन समय में सेंट्रल एशिया और विश्व के अन्य स्थानों पर पूजे जाते थे।
19.यूरोप के कई देशों, कनाडा और यूएसए में बिजनेसमैन, लेखक और आर्टिस्ट अपने ऑफिसों और घरों में भगवान गणेश जी की प्रतिमाएं और चित्र रखते हैं।
20.भारत में जो संप्रदाय केवल भगवान गणेश जी की पूजा करता है उन्हें “गाणपतेय संप्रदाय” कहा जाता है, जो कि मुख्य रूप से महाराष्ट्र राज्य में पाये जाते हैं।
21.कुछ धार्मिक ग्रंथों में कहा गया है कि भगवान गणेश जी की एक बहन भी थीं जिनका नाम अशोक सुन्दरी था।
22.माँ लक्ष्मी और माँ पार्वती जी दोनों ही आदिशक्ति अथार्थ माँ दुर्गा का ही रूप है, माँ लक्ष्मी की पूजा उनके बेटे गणेश के बिना नहीं की जाती है क्योंकि लक्ष्मी का मोल वो ही इंसान समझ सकता है जिसके पास बुद्दि है और भगवान गणेश जी तो बुद्दि के देवता हैं |
23.गणेश जी चतुर्भुज है l वे जल तत्व के अधिपति (राजा ) है, जल के चार गुण होते हैं – शब्द,स्पर्श,रूप,और रस l
24.घर के मध्य पूर्व दिशा में गणेश जी की मूर्ति रखना शुभ होता है |
25.घर के सभी वास्तु दोष दूर करने के लिए घर के मुख्य द्वार गणेश जी की मूर्ति इस प्रकार लगाये की दोनों की पीठ जुडी हो |
ganesha facts निष्कर्ष :-
तो ये थे भगवान गणेश जी से जुड़े बहुत ही रोचक तथ्य , जिनको जानने के बाद आप भगवान गणेश जी की पूजा अर्चना और भी मन लगाकर करेंगे | भगवान गणेश जी को हिन्दू ही नहीं बल्कि और भी लोग अपनी श्रधा अनुसार पूजते है | भगवान गणेश जी ही है जो बच्चो के बहुत प्यारे होते है क्योंकि वो बुधि के देवता है | जब बच्चे इनकी पूजा करते है तो इनका आशीर्वाद जरुर बना रहता है और सभी बच्चे परीक्षा में सफल हो जाते है |
आशा करता हूँ की मेरे द्वारा दी हुई जानकारी ganesha facts आप सब को पसंद आई होगी | आपके सुझाव हमें कमेंट करके जरुर बताये की आपको भगवान गणेश जी के बारे में कोनसा पॉइंट अच्छा लगा |